चैत्र नवरात्रि से पहले घर से तुरंत निकाल दें 4 चीजें, मां दुर्गा हो जाएंगी नाराज, जीवन में आ सकती हैं समस्याएं
चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व 22 मार्च को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से शुरु हो रहा है. चैत्र नवरात्रि के पूर्व सभी लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं. इसके पीछे बड़ा कारण है नकारात्मकता को दूर करना और सात्विक वातावरण तैयार करना, ताकि घर में 9 दिनों तक मां दुर्गा का वास हो. 9 दिनों तक इसलिए क्योंकि नवमी के बाद मां दुर्गा पृथ्वी लोक से विदा हो जाती हैं. आप भी चैत्र नवरात्रि का व्रत रखने वाले हैं तो उससे पहले अपने घर से उन वस्तुओं को निकाल दें, जो नकारात्मकता और वास्तु दोष पैदा करती हों. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं कि नवरात्रि से पूर्व किन वस्तुओं को घर से निकाल देना चाहिए.
1. खंडित और आभा खो चुकी मूर्तियां: यदि आपके पूजा घर में कोई मूर्ति या तस्वीर टूट गई है. कोई ऐसी मूर्ति है, जो कांतिहीन हो गई है, उसका रंग उतर चुका है तो आप ऐसी मूर्तियों को विसर्जित कर दें. घर से निकाल दें. इससे वास्तु दोष पैदा होता है और इनकी पूजा भी वर्जित है.
2. तामसिक वस्तुएं: चैत्र नवरात्रि के समय में लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा, सिगरेट या अन्य प्रकार की कोई भी तामसिक वस्तु का सेवन नहीं किया जाता है. नवरात्रि में इन वस्तुओं की घर में उपस्थिति भी अशुभ मानी जाती है. नवरात्रि पूर्व इनको घर से बाहर कर दें और परिवार का कोई भी सदस्य इनका सेवन न करे.
3. कबाड़: घर के अंदर टूटे बर्तन, रद्दी सामान, खराब उपकरण, फटे जूते-चप्पल आदि को न रखें. ये सभी वस्तुएं नकारात्मकता को बढ़ाती हैं. इनसे वास्तु दोष भी उत्पन्न होता है. ऐसे में नवरात्रि पूर्व घर की साफ-सफाई के दौरान इनको बाहर निकाल दें.
4. अशुद्ध फूल और पूजा सामग्री: पूजा घर में जो भी अशुद्ध फूल या पूजा सामग्री है, उसे घर से बाहर कर दें. पूजा में उनका उपयोग होता नहीं है और वे निगेटिव एनर्जी पैदा करते हैं.
नवरात्रि पूजा में ध्यान रखने वाली बातें
1. घर में कहीं पर अंधकार रहता है तो वहां पर प्रकाश की व्यवस्था करें. अंधकार परिवार के सुख और समृद्धि के लिए अच्छा नहीं माना जाता है.
2. पूजा घर में आप किसी भी देवी या देवता की एक से अधिक मूर्तियों को न रखें.
3. पूजा घर में बड़ी मूर्तियों को स्थापित नहीं करते हैं. 3 इंच या अंगूठे से बड़ी मूर्ति को पूजा घर में नहीं रखते हैं क्योंकि उसकी पूजा में आपको सभी नियमों का पालन करना होता है.

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